5 Easy Facts About bhoot ki story Described

Wiki Article

छोड़ दे मुझे माफ़ करदे "। मैं हात जोड़कर रोते हुवे उसे कहता रहा और हल्के से उस अनदेखी ताकत ने मेरे शरीर से अपने को हतालिया और फिरसे शरीर हल्का होगया।

अंत में वे गुफा के द्वार पर पहुँचे। गुफा बहुत बड़ा था और जंगल से ढका हुआ था। धड़कते दिल के साथ, राम और सोनू ने अंदर कदम रखा। गुफा नम थी और अंदर अँधेरा था। वे दोनों टोर्च जलाकर अंदर जाने लगे।

पापा :बेटा उसके बारे में सोचना बंद करो.. हम नहीं जा सकते कुएं के पास..

मुखिया जी गांव के कुछ लोगों के साथ उस कुएं के पास जाते हैं वह जाकर देखते हैं कि कुआं पूरा पानी से भरा हुआ है .

एक दिन की बात है कुछ बच्चे कुएं के पास खेल रहे हैं, तभी उनकी बॉल जाकर कुए के अंदर गिर जाती है…

राजू ने कहा, “हम जानना चाहते हैं कि यहाँ कुछ अजीब हो रहा है या नहीं। क्या यहाँ वाकई भूत रहता है?”

  एक दिन उसी शोरूम में मालिक की बहन लक्ष्मी बड़े आत्मीय भाव से अकेले शोरूम के एक कमरे में बात कर रही थी। " डैडी , डैडी कहते हुए बात कर रही थी। उसे देख हमने मालिक को बुलाया। वे आये और बोलने लगे,

रात का समय था। बस ने मुझे गाँव के बाहर उतारा था क्योंकि सड़क गाँव से बाहर की ओर थी और मेरा घर गाँव के काफी अन्दर read more था। पर इससे मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता क्योंकि पहले भी मैं बहुत-सी बार सफ़र कर चुका हूँ। पर इस बार मैं काफ़ी देर रात गाँव में पहुँचा था। मैंने अपना सामान उतारा और उसे उठा कर अपने घर की तरफ बढ़ा। उस समय रात के लगभग साढ़े बारह बजे थे।

दूसरी बात उसी वक्त की है जब हम कार में रहते थे। गर्मी का मौसम था। हम रात को टेरेस पे या अपने रूम के बाहर सोते थे। हमारे रूमके बायें तरफ सीढ़िया ऊपर जाती थी , कुछ सीढ़ियों के बाद एक बड़ा स्पेस था उसके बाद फिर सीढ़ियाँ ऊपर गुजरातियों के घर के तरफ जाती थी। उस बड़े स्पेस में तुम्हारे अरविंद मामा सोते थे।

टनल में उस समय पानी नहीं छोड़ा गया था। आग से बुरी तरह लीपटी हुयी उस लड़की की चीखउस इलाके में गूंज गई। उसकी चीख इतनी भयानक थी कि आस-पास के कई लोग वहां आ पहुंचे और टनल के उपर से आग से लड़ती हुई इस लड़की को देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसे बचाने की हिम्‍मत नहीं की और आखिरकार आग से हारकर उस जवान लड़की ने वहीं दम तोड़ दिया। इसके अलांवा एक और हादसा इस टनल में हुआ, ये हादसा भी एक युवती के साथ ही हुआ।

बेताल पच्चीसी

राजू का खिलौना गाँववालों को भी प्रभावित कर गया, और उन्होंने समझा कि खुशी और सफलता एक आत्मिक स्थिति से आती हैं, न कि बाह्यिक वस्त्रों या वस्तुओं से। गाँव में एक नई आत्मा और सोच का उत्थान हुआ, जिसमें सभी लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशहाल जीवन बिता रहे थे।

युवक ने अपनी इच्छा बताई कि वह राजा की आत्मा से कुछ अद्भूत रहस्य सीखना चाहता है। राजा की आत्मा मुस्कराई और कहा, “तूने सही समय पर सही जगह आने का निर्णय किया है, युवक। मैं तुझे कुछ रहस्यमय बातें बताऊंगा, पर उनका पालन करना होगा।”

कहने लगी - तुमने मेरे पति को मार दिया। मेरे पति ही तो मेरा सहारा थे अब वह भी मर गए। इसलिए अब तुम्हारे साथ ही मुझे अपनी जिंदगी जीनी होगी।

Report this wiki page